हमारे गले में पीछे की और दो लिम्फ नोड्स होते हैं जिसे टॉन्सिल्स कहा जाता है। यह लिम्फ नोड हमारे शरीर को इन्फेक्शन से बचाती है और शरीर के रक्षा तंत्र के जैसे कार्य करती है।
जैसे ही हमारे टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन हो जाता है तो आपका शरीर एक संकेत देता है की आप संक्रमण के संपर्क में आए हैं। और इस कंडीशन को टॉंसिलिटिस कहा जाता है।
आपको जानकारी देना चाहेंगे की टॉन्सिल्स हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम की तरह ही भूमिका निभाते है। यह जीवाणु और वायरल संक्रमण को हमारे श्वसन मार्ग और शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचने से रोकते है। कभी कबार इस प्रोसेस के दौरान वे खुद ही संक्रमण का शिकार हो जाते है जिसके चलते टॉन्सिल्स में सूजन आ जाती है। आज के लेख में हम आपको टॉन्सिल्स के लक्षण, निदान और उपचारो को जानकारी देंगे।
टॉन्सिल्स के सामान्य लक्षण इस प्रकार है
- गले में सूजन तथा खराश
- निगलने में दिक्कत होना
- काम में दर्द महसूस होना
- गले में जलन तथा खासी आना
- आवाज में परिवर्तन आना
टॉन्सिल्स के लिए टेबलेट नाम (Drugs for Tonsillitis)
टॉन्सिलिटिस का उपचार करने के लिए निम्नलिखित टॉन्सिल्स की अंग्रेजी दवा उपलब्ध है:-
- Amoxicillin – एमोक्सिसिलिन एक पेनिसिलिन जैसी बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक है।
- Bacampicillin – बैकैम्पिसिलिन एक पेनिसिलिन एंटीबायोटिक है, जो अतिसंवेदनशील संक्रमणों और गोनोरिया के लिए दी जाती है।
- Cefadroxil – सेफैड्रोसिल एक व्यापक स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक है, जो कुछ प्रकार के जीवाणु संक्रमण जैसे कि मूत्र पथ के संक्रमण, त्वचा और कोमल-ऊतक, ग्रसनी (गले) और Tonsil ki Dawa है।
- Cefetamet – सेफेटामेट एक सेफलोस्पोरिन एंटीबायोटिक है, जो अतिसंवेदनशील संक्रमणों के लिए दी जाती है।
- Cefixime – Cefixime एक मौखिक सेफलोस्पोरिन (तीसरी पीढ़ी) एंटीबायोटिक है, जो टॉन्सिलिटिस के लिए टेबलेट है।
टॉन्सिल्स के अन्य लक्षण
- टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन होने पर टॉन्सिल्स का रंग सुर्ख लाल हो जाता है और उस पर सफेद या पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है।
- कई बार इसके चलते पेट में दर्द होता है तथा उल्टिया भी होती है।
- लिम्फ नोड्स में सूजन होने के कारणवश जबड़े तथा गर्दन में लचकता आ जाती है।
- टॉंसिलिटिस के चलते आवाज धीमी और खरखरी हो जाती है और मुँह खोलने में परेशानी आती है।
- इसमें आपको ठण्ड लग सकती है और बुखार भी आ सकता है।
- इस दौरान कुछ लोगो के मुँह से साँसों की बदबू भी आने लगती है।
टॉन्सिल्स का निदान (Diagnosis)
टॉन्सिल्स में संक्रमण का पता लगाने के लिए किये जाने वाले परिक्षण:-
- गले का परिक्षण
टॉन्सिल्स का परिक्षण करने के लिए डॉक्टर सर्वप्रथम आपके गले को चेक करेंगे। इस जाँच को करने के लिए डॉक्टर एक टूल की मदद से आपके गले के पिछले हिस्से से थोड़ा सा सैंपल लेंगे। लिए गए सैंपल को जाँच के लिए लेबोरटरी भेजा जाता है। इस सैम्पल की जाँच से यह जानकारी प्राप्त होती है की गले में इन्फेक्शन या टॉन्सिल्स के सूजन के पीछे क्या कारण है।
- खून की जांच
ऊपर बताई गयी जाँच के अतिरिक्त डॉक्टर आपकी खून की जांच भी करवा सकते है। यह जांच आपके ब्लड सेल काउंट करने के लिए होगी। इस जाँच के सेम्पल द्वारा इन्फेक्शन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सकती है। यदि सैंपल सही नहीं आता है तो डॉक्टर उस हिसाब से उपचार करेंगे।
टॉन्सिल्स का उपचार:-
- घर पर उपचार
टॉन्सिल्स चाहे वायरल के कारण हुआ है या जीवाणु संक्रमण के द्वारा घर पर उपचार करके आप थोड़ी राहत महसूस कर सकते है। यदि कोई वायरस टॉन्सिल्स होने के पीछे जिम्मेदार है तो डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक नहीं देते। घर पर उपचार करके ही आप कुछ दिन में राहत पा सकते है। घर पर रिकवर होने के लिए आप यह उपचार कर सकते है:-
पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ ले – अपने गले में नमी बनाये रखने के लिए और निर्जलीकरण(डिहाइड्रेशन) से बचने के लिए भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ ले।
आरामदायक और गर्म पेय पदार्थ ले – गर्म तरल पदार्थ जैसे शोरबा, कैफीन मुक्त चाय या शहद के साथ गर्म पानी पिए।
खारे पानी से गरारा करे – यदि आप गरारे कर सकते है तो गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारे करे। इससे आपको गले की खराश से राहत मिल सकती है।
हवा को नम करें – शुष्क हवा को खत्म करने के लिए एक ठंडी हवा के ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें। शुष्क हवा से गले में खराश को और बढ़ा देती है। आप चाहे तो पानी को एक बर्तन में गर्म करके भाप भी ले सकते है।
Lozenges का इस्तेमाल करे – जिनकी उम्र 4 वर्ष से अधिक हो वो टॉन्सिल के लक्षण में राहत पाने के लिए lozenges चूस सकते है।
अड़चन से बचे – अपने घर को सिगरेट के धुएं और सफाई उत्पादों से मुक्त रखें जो गले में जलन पैदा कर सकते हैं।
- एंटीबायोटिक दवाये
अगर टॉन्सिलिटिस एक जीवाणु संक्रमण के वजह से होता है, तो डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दवाओं का एक कोर्स आपको देगा। यह कोर्स 10 दिनों के लिए होगा।
समूह ए स्ट्रेप्टोकोकस के कारण होने वाले टॉन्सिलिटिस के लिए सबसे आम उपचार पेनिसिलिन एंटीबायोटिक है। यदि आपको पेनिसिलिन से एलर्जी है, तो आपका डॉक्टर एक वैकल्पिक एंटीबायोटिक लिखेगा।
भले ही कुछ दिन दवाये लेकर आपको टॉन्सिलिटिस से राहत मिल जाये उसके बावजूद भी आपको डॉक्टर द्वारा निर्धारित एंटीबायोटिक दवाओं का पूरा कोर्स लेना चाहिए। यदि किसी वजह से आप दवाओं का पूरा कोर्स नहीं करते है तो संक्रमण बढ़ सकता है और शरीर के अन्य भागो में फ़ैल सकता है जिसके चलते आपको बुखार या किडनी में सूजन का खतरा बढ़ सकता है।
यदि आप किसी वजह से खुराख लेना भूल जाते है तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें की आपको क्या करना चाहिए।
- सर्जरी
टॉन्सिल्स को हटाने के लिए सर्जरी(टॉन्सिल्लेक्टोमी) तब की जाती है जब टॉन्सिलिटिस बार बार हो रहा हो और बैक्टीरियल टॉन्सिलिटिस के इलाज के लिए दी गयी एंटीबायोटिक काम नहीं कर रही हो।
आमतौर पर बार-बार होने वाले टॉन्सिलिटिस की समस्या को इस प्रकार परिभाषित किया जाता है:-
- पिछले वर्ष में कम से कम सात एपिसोड
- पिछले दो वर्षों में एक वर्ष में कम से कम पांच एपिसोड
- पिछले तीन वर्षों में एक वर्ष में कम से कम तीन एपिसोड
टॉन्सिल्लेक्टोमी तब भी की जाती है जब टॉन्सिलिटिस के प्रभाव को मैनेज करना मुश्किल हो जाये। जैसे
- जब सांस लेने में कठिनाई हो
- जब निगलने में कठिनाई खासकर चंकी खाद्य पदार्थ
- एक फोड़ा जो एंटीबायोटिक उपचार से नहीं सुधर रहा हो
डॉक्टर को कब दिखाये?
यदि आपको गले में खराश, निगलने में कठिनाई या टॉन्सिलिटिस के अन्य लक्षण दिखाई देते है तो अपने परिवार के डॉक्टर को दिखाए। यदि आपको जरुरत होगी तो वह आपको नाक और गले के विकारों के विशेषज्ञ के पास भेजा जा सकता है।
आपका डॉक्टर आपकी स्थिति के बारे में आपसे कई सवाल पूछ सकता है। इसलिए निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए तैयार रहें:-
- टॉन्सिलिटिस के लक्षण कब शुरू हुए?
- क्या आपको बुखार हुआ है, अगर हां तो बुखार का तापमान क्या था?
- क्या आपको भोजन निगलने में कठिनाई होती है?
- क्या ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक गोलिया या गर्म तरल पदार्थ लेने से आपके लक्षणों में कमी आती है?
- क्या आपको पहले से टॉन्सिलिटिस या स्ट्रेप थ्रोट का पता चला है?
- क्या इसके लक्षण आपकी नींद को प्रभावित करते हैं?
- क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आया है जिसे स्ट्रेप थ्रोट है?
आप भी अपने डॉक्टर से यह सवाल पूछ सकते है
- जाँच का परिणाम प्राप्त करने में कितना समय लगेगा?
- इसके उपचार का सबसे अच्छा कोर्स क्या है?
- क्या मुझे इस बात से चिंतित होना चाहिए कि मुझे इतनी बार टॉन्सिलिटिस हो रहा है?